रूसी हाइड्रोजन बम बनाने वाला वैज्ञानिक मॉस्को में अपने अपार्टमेंट में मृत पाया गया। "डेली मेल" की रिपोर्ट के अनुसार, 92 वर्षीय भौतिक विज्ञानी ग्रिगोरी क्लिनिशोव ने खुद को फांसी लगा ली।
उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा, लेकिन रूसी जांचकर्ताओं ने इसका विवरण जारी नहीं किया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, क्लिनिशोव ने 17 जून को आत्महत्या कर ली।
ग्रिगोरी क्लिनिशोव को 1962 में भौतिक और गणितीय विज्ञान में उनके योगदान के लिए लेनिन पुरस्कार मिला। वह पहले सोवियत दो चरण वाले हाइड्रोजन बम के रचनाकारों में से थे, जिन्हें आरडीएस-37 के नाम से जाना जाता था और पहली बार 1955 में परमाणु परीक्षण स्थल पर परीक्षण किया गया था। पूर्वी कजाकिस्तान की सीढ़ियाँ।
फोटो: ट्विटर/बिस्टैंडर मयदार@टाटरमाई